रायपुर। बस्तर संभाग के 24 भाजपा नेताओं को केंद्र सरकार सुरक्षा वापस ने विधानसभा चुनाव के दौरान नक्सल खतरे को देखते हुए एक्स श्रेणी की सुरक्षा दी थी। नेताओं ने चुनाव प्रचार के दौरान नक्सल खतरा होने की बात कहते हुए सुरक्षा की मांग की थी।
नेताओं को यह नहीं पता था कि उनके साथ इतने कम वक्त के लिए सुरक्षा है। चुनाव खत्म होते ही केंद्र ने सुरक्षा वापस ले ली। नेता इस बात से चौंक गए कि 31 तारीख खत्म होते ही आधी रात कैसे सुरक्षा वापस ली जा रही है। जबकि सभी नेता बेहद संवेदनशील इलाकों से आते हैं। राज्य स्तर से भी उनकी सुरक्षा को लेकर कोई समीक्षा नहीं की गई। हालांकि राज्य पुलिस को यह जानकारी थी कि 31 दिसंबर को सुरक्षा वापस ले ली जाएगी।
गौरतलब है कि बस्तर में चुनाव के दौरान भाजपा नेता खुद को नक्सलियों का टारगेट बता रहे थे। इस दौरान राजनांदगांव और नारायणपुर जिले में तो दो नेताओं की हत्या भी हो गई थी। नेताओं ने सुरक्षा की मांग के साथ बताया था कि किस तरह से कांग्रेस शासनकाल में नक्सलियों ने भाजपा नेताओं की बस्तर में हत्या की है। इसी आधार पर केंद्र ने नेताओं को सुरक्षा मुहैया करवाई थी। अब जबकि सुरक्षा वापस ले ली गई है तो सभी नेता चिंता में हैं कि आगे उन्हें सुरक्षा मिलेगी या नहीं। सुरक्षा हटने के बाद सभी 24 भाजपा नेता पुलिस अधिकारियों से संपर्क करते रहे।
किरण देव के पास मौजूद सिक्योरिटी, शेष की हटी
मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश भाजपा अध्यक्ष किरण देव को भी केंद्र से एक्स श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी। उनकी सुरक्षा में लगे सीआरपीएफ के जवान भी हट गए हैं। हालांकि उनके पास प्रोटोकॉल के तहत जो सुरक्षा है वह बनी हुई है। बाकी के ऐसे नेता जिनके पास प्रोटोकॉल नहीं है वे अब बिना सुरक्षा के ही चल रहे हैं।