उज्जैन के नागदा के एक थाने में युवक करीब 50 फीट ऊंचे पेड़ पर चढ़ गया, जिससे करीब दो घंटे तक हाईवोल्टेज ड्रामा चलता रहा। सूचना पर एसडीएम, तहसीलदार, टीआई सहित नगरपालिका के कर्मचारी भी मौके पर पहुंचे। युवक पेड़ से नीचे कूद गया, लेकिन जाल के कारण उसे चोट नहीं आई।
जानकारी के अनुसार, चाइनीज फूड की दुकान पर काम करने वाला युवक धनसिंह पिता बिल्लू (35) उदयपुर से इंदौर बस से जा रहा था। सफर के दौरान दो से तीन बार बस बदलने के बाद वह नागदा पहुंचा। इंदौर का सफर ट्रेन से पूरा करने की चाह में वह नागदा रेलवे स्टेशन पहुंचा, लेकिन ट्रेन नहीं मिलने पर जीआरपी से मदद मांगने गया। वहां से निराश होकर वह पुलिस थाने पहुंचा और अचानक परिसर में मौजूद एक पेड़ पर चढ़ गया।
लगभग 50 फीट ऊंचाई पर चढ़ने के बाद धनसिंह ने पहले 5-5 रुपये के नोट, फिर 50 रुपये के नोट और सिक्के फेंकने शुरू कर दिए। आरक्षक सुरेश डांगी करीब 30 मिनट तक उसे मनाने की कोशिश करता रहा, लेकिन सफल नहीं हो सका। टीआई अमृतलाल गवरी और पुलिस का पूरा स्टाफ भी उसे बातों में उलझाने का प्रयास करता रहा। इसी दौरान धनसिंह ने अपने पिता और ससुर के मोबाइल नंबर दिए। प्रधान आरक्षक यशपालसिंह सिसोदिया ने धनसिंह के भाइयों मुकेश और धर्मेंद्र से फोन पर बातचीत कर जानकारी ली।
मामला बढ़ता देख एसडीएम, तहसीलदार और नगरपालिका कर्मचारी हाइड्रोलिक क्रेन लेकर मौके पर पहुंचे। इसी बीच हिंद वली अखाड़े के कलाकार रस्सी से बड़ा जाल लेकर पहुंचे। युवक ने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को करीब दो घंटे तक छकाया। असलम उस्तार और कमलसिंह बैस ने क्रेन की मदद से पेड़ पर चढ़ने की कोशिश की, जबकि डायल-100 के जितेंद्रसिंह तंवर तेज गति से पेड़ पर चढ़े, लेकिन युवक ने उन्हें पेड़ की टहनियों से मारने का प्रयास किया।
करीब दो घंटे के ड्रामे के बाद धनसिंह अचानक पेड़ से नीचे कूद गया, जिसे रस्सी के जाल में पकड़ लिया गया। पुलिस उसे मेडिकल जांच के लिए सरकारी अस्पताल ले गई और जांच के बाद थाने में रखा गया। पुलिस उसके परिजनों के आने का इंतजार कर रही है। उनके आने पर उसे परिजनों को सौंप दिया जाएगा।