रायपुर। अक्षय तृतीया पर छत्तीसगढ़ की लोक परंपरा अनुसार कृषि नववर्ष की शुरुआत के पर्व अक्ति तिहार को राज्य सरकार ने कृषकों के साथ मनाया। राज्य स्तरीय कार्यक्रम को इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आनलाइन संबोधन दिया। कार्यक्रम में कृषि मंत्री रवीन्द्र चौबे एवं इंदिरा गांधी कृषि विश्विद्यालय के कुलपति डा. गिरीश चंदेल ने किसान भाइयों, कृषि अनुसंधानन, कृषि शिक्षा, प्रचार-प्रसार कार्य में कार्यरत समस्त विभागीय अधिकारीयों एवं कर्मचारियों को संबाेधित किया।
इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के सेमीनार हाल में कार्यक्रम का प्रसारण किया गया। अक्ती तिहार कार्यक्रम में 160 से अधिक की संख्या में किसान शामिल थे। कार्यक्रम में डीन डा. एके ठाकुर द्वारा स्वागत उद्बोधन एवं अक्ती तिहार की महता पर जानकारी दी गई। इस अवसर पर कृषि महाविद्यालय, कृषि विज्ञान केन्द्र, कृषि विभाग, उद्यानिकी विभाग, मत्स्य पालन विभाग एवं पशु चिकित्सा सेवा विभाग के अधिकारियों द्वारा किसानों को तकनिकी जानकारी एवं विभागीय जानकारी भी दी गई व किसानों को अधिक से अधिक राज्य शासन की योजनाओं को लाभ उठाने की बात कही। कार्यक्रम के अंत में डा. एसके नाग कृषि विज्ञान केन्द्र प्रमुख एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक ने आभार प्रदर्शन कर सभा समापन की औपचारिक घोषणा की।
वहीं बस्तर जिले में स्थानीय शहीद गुंडाधूर कृषि महाविद्यालय एवं अनुसन्धान केन्द्र में अक्ती तिहार 2023, माटी पूजन कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। अक्ती तिहार के अवसर पर संसदीय सचिव व जगदलपुर विधायक रेखचंद जैन व कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे इन्द्रावती विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष राजीव शर्मा ने किसानों को विभिन्न सामग्रियों का वितरण किया। शहीद गुंडाधुर कृषि महाविद्यालय, कृषि विज्ञान केंद्र, कृषि विभाग, उद्यानिकी विभाग, मत्स्य विभाग एवं पशु चिकित्सा सेवा विभाग के द्वारा संयुक्त रूप से कृषि महाविद्यालय में अक्ती तिहार 2023 माटी पूजन का आयोजन किया गया था।
कार्यक्रम को संबोधित करते रेखचंद जैन ने कहा कि हमने प्रकृति से केवल लेने का काम किया है। इसके बदले में कुछ भी नहीं लौटाया है। इस त्योहार को अक्षय इसलिए भी कहा जाता है क्योंकि यह कभी भी कम न होने वाली खुशी, समृद्धि व सफलता का पर्व है। विधायक जैन ने राज्य सरकार के द्वारा चलाए जा रहे गोधन न्याय योजना, मिलेट मिशन आदि की जानकारी भी दी। इस अवसर पर विधायक रेखचंद जैन के हाथों 160 किसानों को बीज, धान बीज, नारियल पौधे, रागी, ट्यूबर, नेट जाल, मछली बाक्स, स्प्रेयर आदि का वितरण करवाया गया। महाविद्यालय एवं कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा रखी गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया।