दिल्ली। संसद के दोनों सदनों को गुरुवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित (SANSAD) कर दिया गया है। साथ ही बजट सत्र समाप्त हो गया। बजट सत्र के दौरान लोकसभा में 34 फीसदी और राज्यसभा में 24 फीसदी ही कामकाज हुआ। संसद स्थगित होने के बाद कांग्रेस की अगुआई में विपक्षी पार्टियों ने विजय चौक पर तिरंगा मार्च किया।
6 बिल पास हुए
केंद्रीय संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि दोनों सदनों (SANSAD) में कुल छह बिल पास हुए। सत्र के दौरान लोकसभा में आठ बिल पेश हुए। गुरुवार को सत्र शुरू होते ही कांग्रेस और विपक्षी दलों ने हंगामा शुरू कर दिया। विपक्ष अदाणी-हिंडनबर्ग मामले पर संयुक्त संसदीय समिति की मांग को लेकर अड़ा हुआ है।
पूरे सत्र में 25 बैठकें हुई
बजट सत्र के पहले चरण में लोकसभा और राज्यसभा में 10 बैठकों में कार्यवाही हुई। सत्र के दूसरे हिस्से में दोनों सदनों में 15 बैठकें हुई। पूरे बजट सत्र के दौरान 25 बैठकें हुई। पिछले कुछ सत्रों से लोकसभा में कामकाज 100 फीसदी हुआ करता था, जो इस बार 35 फीसदी से भी कम रहा। दूसरे चरण में कामकाज सिर्फ 5.29 फीसदी हुआ। संसद का बजट सत्र 31 जनवरी को शुरू हुआ था। पहला चरण 13 फरवरी तक चला। 13 मार्च से शुरू हुए दूसरे चरण का अंतिम दिन 6 अप्रैल यानि गुरुवार को था।
सत्र धुलने के लिए सरकार दोषी- विपक्ष
संसद (SANSAD) का बजट सत्र धुल जाने के लिए विपक्ष ने केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। विपक्ष ने आरोप लगाया कि अदाणी मुद्दे पर सवाल दोनों सदनों में नहीं उठाया जा सके। इसलिए सत्तापक्षा ने संसद नहीं चलने दी। अदाणी मुद्दे की संयुक्त संसदीय समिति से जांच कराने से इनकार और राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता खत्म होने के फैसले का एकजुट विरोध करने का ऐलान करते हुए विपक्षी दलों ने अपनी एकता को आगे बढ़ाने का संकल्प जताया। विजय चौक तक निकाले गए कांग्रेस के तिरंगा मार्च में सपा, तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और भारत राष्ट्र समिति समेत 20 विपक्षी दलों ने शामिल होकर एकजुटता दिखाई। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के नेतृत्व में मार्च निकाला गया।