भिलाई। भाजपा के आठ पार्षदों की बर्खास्तगी (BHILAI NEWS) का पत्र सभापति कक्ष में टाइप हो गया है। इसे अब आयुक्त रोहित व्यास के पास भेजा जाएगा। वहां से पत्र संभाग आयुक्त महादेव कावरे के पास जाएगा। वहीं भाजपा पार्षदों ने भी मोर्चा खोल दिया है।
पार्षदों का कहना है कि वह हर लड़ाई के लिए तैयार है। भाजपा पार्षदों द्वारा 31 मार्च को हुए बजट सम्मिलन की पूरी कार्रवाई का रिकार्ड निकलवाया जा रहा है। इधर, सभापति गिरवर बंटी साहू द्वारा आयुक्त को बर्खास्तगी के लिए भेजे गए पत्र में भाजपा के पार्षद भोजराज सिन्हा, पीयूष मिश्रा, विनोद सिंह, महेश वर्मा, संतोष मोर्या, मीना चंद्राकर, सत्य देवी जायसवाल शामिल है ।
मामला, 31 मार्च को हुए बजट सम्मेलन में गिफ्ट लौटाने का
बता दें कि 31 मार्च को भिलाई नगर निगम के बजट बैठक के पूर्व महापौर नीरज पाल (BHILAI NEWS) ने भाजपा व कांग्रेस के सभी पार्षदों को बजट उपहार दिया था। भाजपा पार्षदों ने सदन शुरू होते ही अपना उपहार लौटा दिया था। भाजपा के 11 पार्षदों ने उपहार में दिए गए मिक्सर को रिश्वत बताते हुए इसे वापस किया था। बताया जा रहा है कि बात आई गई और हो गई थी, पर भिलाई के एक वरिष्ठ निर्दलीय पार्षद धारा 19 ख के तहत भाजपा के 8 पार्षदों के निलंबन की तैयारी में भिड़ गए। कहा जा रहा है कि सत्ता पक्ष को उन्होंने ही इसकी सलाह दी। उसके बाद से मामला राजनीतिक तौर पर भी गर्म होने लगा है।
जानिए क्या कहता है धारा 36
नगर निगम एक्ट में धारा 36 का उल्लेख है। जिसमें कहा गया है कि सदन (BHILAI NEWS) की कार्रवाई की पूरी जिम्मेदार सदन के अध्यक्ष (सभापति) की होगी। सदन की कार्रवाई के दौरान कोई पार्षद अमर्यादित आचरण करता है तो अध्यक्ष उसे 15 मिनट, एक घंटा या पूरे समय के लिए सदन से बाहर कर सकते हैं। उसके बाद भी दूसरी बार वह ऐसा आचरण करता है तो उसे मार्शल की मदद से बाहर निकलवा सकते हैं।
अध्यक्ष द्वारा संबंधित पार्षदों को क्षमा याचना का मौका भी दिया जा सकता है, पर यहां भाजपा पार्षदों का पूरा मामला सिर्फ उपहार लौटाने का है। जानकार बता रहे हैं कि भाजपा पार्षद दल के नेता भोजराज सिन्हा ने सदन शुरू होती ही सभापति से अनुमति ली। सहमति मिलने के बाद उपहार को रिश्वत कहते हुए वापस लौट दिया गया। महापौर के इशारे पर निगम के कर्मचारी उपहार को वहां से उठाकर ले गए। उसके बाद सदन में हंगामा शुरू हुआ। इस बीच महापौर ने बजट का वाचन शुरू कर दिया।